मथा जो दोस्ती को तो नेह मलाई निकली
किया बुरा तुमने जहाँ जहां वहाँ भी मेरी भलाई निकली
हाथों में मशालों वाले बेक़सूर थे जांच में
आग बुझाने वालों की जेब से दियासलाई निकली
मैंने औरों से शिकायत करना छोड़ दिया जबसे
रंगे हाथों जिसे पकड़ा वो मेरी ही परछाईं निकली
"नचिकेता "
badhiya... kidhar ho ajkal rajesh bhai?
ReplyDeleteaap to mere shaher mein the na? Indore? :)